Site icon PMFBY Pradhan Mantri Fasal Bima-प्रधानमंत्री फसल बिमा योजना माहिती

🧑‍🌾 प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना (PMFBY) क्या है? 2025 में पूरी जानकारी

प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना 2025 क्या है? जानें PMFBY के लाभ, पात्रता, आवेदन प्रक्रिया, क्लेम और स्टेटस चेक करने की पूरी जानकारी हिंदी में।

🔸 किसान की सुरक्षा की गारंटी — PMFBY

भारत में हर साल लाखों किसान प्राकृतिक आपदाओं का शिकार होते हैं। ऐसे में केंद्र सरकार ने प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना (PMFBY) शुरू की, जिससे किसानों को फसल नुकसान पर बीमा क्लेम मिलता है। इस पोस्ट में आप जानेंगे:


🌾 PMFBY क्या है?

प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना (PMFBY) एक सरकारी योजना है, जिसे 2016 में शुरू किया गया था। इसका मुख्य उद्देश्य किसानों को फसल नुकसान की भरपाई देना है।

👉 इसमें किसान सिर्फ 2% (खरीफ), 1.5% (रबी) और 5% (व्यवसायिक फसल) का प्रीमियम देकर पूरी फसल का बीमा करवा सकता है।


✅ योजना के प्रमुख लाभ:


📝 कौन आवेदन कर सकता है?

पात्रताविवरण
किसानछोटे, सीमांत या बड़े किसान
दस्तावेजआधार कार्ड, बैंक पासबुक, भूमि रिकॉर्ड, फसल विवरण
फसलखरीफ, रबी और वार्षिक फसलें

📲 ऑनलाइन आवेदन कैसे करें?

  1. pmfby.gov.in या pmfby.net/registration पर जाएं
  2. “Apply for Crop Insurance” पर क्लिक करें
  3. मोबाइल नंबर, आधार नंबर, बैंक डिटेल्स भरें
  4. फसल और ज़मीन का विवरण जोड़ें
  5. फ़ॉर्म सबमिट करें और रसीद सेव करें

👉 यहाँ क्लिक करके PMFBY रजिस्ट्रेशन गाइड पढ़ें


🔍 आवेदन की स्थिति कैसे देखें?

👉 यहाँ से स्टेटस चेक करें


💰 बीमा क्लेम कैसे प्राप्त करें?

  1. फसल नुकसान की सूचना 72 घंटे में दें
  2. सर्वे टीम द्वारा सत्यापन होगा
  3. क्लेम स्वीकृति के बाद बैंक खाते में पैसा आएगा

👉 क्लेम लगाने की पूरी जानकारी यहाँ पढ़ें


📆 महत्वपूर्ण तिथियाँ (2025)

मौसमअंतिम तिथि
खरीफ31 जुलाई 2025
रबी31 दिसंबर 2025

🧠 अक्सर पूछे जाने वाले सवाल (FAQs)

Q. क्या यह योजना हर राज्य में लागू है?
हाँ, लगभग सभी राज्यों में लागू है, पर जिले बदल सकते हैं।

Q. फसल बीमा कितनी बार लिया जा सकता है?
हर मौसम (खरीफ, रबी) में एक बार।

Q. क्लेम कितने समय में मिलता है?
30-60 दिनों में प्रक्रिया पूरी होती है।



🏁 निष्कर्ष

अगर आप किसान हैं और फसल की सुरक्षा चाहते हैं, तो PMFBY आपके लिए बेहद ज़रूरी योजना है। इस पोस्ट को शेयर करें ताकि और किसान भी इसका लाभ उठा सकें।

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